Mahakumbh 2025
महाकुंभ मेले जा रहे हैं घूमने तो यह चार जगह एक्सप्लोर जरूर करें हमारे सनातन धर्म में महाकुंभ ( Mahakumbh 2025 ) का विशेष महत्व होता है और ऐसे में भी कई लोग हैं जो कि महाकुंभ में शामिल होने के लिए प्रयागराज जा रहे हैं लेकिन अगर आपको नहीं पता है कौन सी जगह आपको घूमना चाहिए तो लिए हम आपको इस आर्टिकल बताएंगे कि आपको कहां-कहां प्रयागराज में घूमना चाहिए |
प्रयागराज जा रहे है तो घूमें ले ये 4 जगहें
प्रयागराज उत्तर प्रदेश का एक धार्मिक और ऐतिहासिक शहर है, जो की प्रयागराज अपने संस्कृति और धार्मिक महत्व के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है और यह गंगा जमुना तथा सरस्वती नदियों के संगम पर स्थित है और इसीलिए इस नदी को संगम स्थल को त्रिवेणी नदी भी कहा जाता है और यह खासकर हिंदुओं के लिए विशेष पवित्र स्थल है तो आज के इस आर्टिकल में उन लोगों के लिए काफी काम आने वाली है जो कि इस वर्ष प्रयागराज भी में प्रयागराज जा रहे हैं तो आज हम आपको प्रयागराज के उन फेमस और प्रमुख जगहों के बारे में बताएंगे जिन्हें आपको जरूर जाकर देखना चाहिए |
त्रिवेणी संगम
त्रिवेणी संगम भी आपको जरूर जानी चाहिए क्योंकि यह वह स्थल है जहां पर गंगा, यमुना और सरस्वती नदियां एक साथ मिलती है और यह स्थान धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है और इस संगम में नहाने का विशेष महत्व है और यह भी कहा जाता है कि अगर कोई भी व्यक्ति इस नदी में स्नान करते हैं तो उनके जो भी पाप है सभी पाप धुल जाते हैं और इसके साथ ही पुनर्जन्म के चक्र से भी मुक्ति मिलती है जो की त्रिवेणी संगम ऐतिहासिक कुंभ मेले का स्थल है, जो कि हर साल 12 साल में आयोजित किया जाता है |
प्रयागराज किला (इलाहाबाद किला)
उत्तर प्रदेश में प्रयागराज शहर में स्थित इलाहाबाद किला है जो की एक ऐतिहासिक किला है और पहले इसे इलाहाबाद किला के नाम से जाना जाता है लेकिन अब प्रयागराज किला कहा जाता है क्योंकि जो मुगल सम्राट अकबर द्वारा 1583 में बनवाया गया था जो कि यह एक प्रयागराज शहर के ऐतिहासिक और संस्कृति दौर का सबसे अधिक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है तो इस जगह पर भी आपको जरूर विजित करनी चाहिए |
Read more…
- Tips to dry wet woolen clothes: सर्दियों में गीले कपड़े सुखाने के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स, बिना धूप भी काम करेंगे ये देसी जुगाड़
Travelling in Winter : सर्दियों में पहाड़ों की सैर…बैग में ये 5 आउटफिट्स रखना न भूलें
प्रयागराज मेला (कुम्भ मेला)
यदि आप ही जा रहे हैं तो प्रयागराज तो यह विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक मिला है जो की 144 साल बाद लग रहा है और यहां लाखों श्रद्धालु संगम के स्नान करने आते हैं और ऐसे तो कुंभ मेला 12 साल में आयोजित किया जाता है लेकिन महाकुंभ जो की 144 वर्ष बाद आयोजित किया जाता है तो इस बार जा रहे हैं तो इस मेले पर जाना बिल्कुल ना भूले |
लेटे हनुमान मंदिर, प्रयागराज
लेटे हुए हनुमान मंदिर प्रयागराज में स्थित है जो कि भारत का एकमात्र मंदिर है जिसमें भगवान हनुमान जी की प्रतिमा लेटी हुई है जो कि यह प्रतिमा लगभग 20 फीट लंबी है और इस लेटी हुई हनुमान जी ऐसे हैं कि जब भगवान श्री राम अपने विजय के बाद वापस अयोध्या लौट रहे थे तब उन्होंने संगम तट पर विश्राम किया था और विश्राम करने के दौरान ही हनुमान जी के साथ उनके साथ जो भी थकान के कारण यहां लेट गए थे और तभी से ही उनकी प्रतिमा यहां पर अवस्था में अवस्थित की गई थी|
सारांश
तो यह थी चार जगह जिस जगह पर आपको जरूर घूमनी चाहिए इस महाकुंभ मेले में बहुत सारे लोग जा रहे हैं तो आप भी अपना प्लान बनाना बिल्कुल ना भूले क्योंकि यह मेल 144 साल बाद लगने जा रहा है जो की इस पीढ़ी की पहली और आखिरी महाकुंभ है, तो अगर आपको यह जानकारी पसंद आए तो अपने उन दोस्तों में जरूर शेयर कर दीजिएगा जो कि इस पर प्रयागराज महाकुंभ मेला दर्शन करने जा रहे हैं और साथ ही अपनी फैमिली में शेयर करना बिल्कुल ना भूले इसी तरीके के और सारे अपडेट के लिए हमारे साथ जुड़े रहे इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद ||